Bseb matric sent up exam 2026- Hindi Question paper with answer
हेलो दोस्तो जैसा की आप जानते है की बाई बोर्ड ने मैट्रिक सेंट अप परीक्षा का रूटीन जारी कर दिया है रूटीन के मुताबिक 19 नवंबर से परीक्षा है | 19 नवंबर के दिन प्रथम पाली में हिंदी है और द्वितीय पाली में संस्कृत है | इस पोस्ट में हम देखने वाले है हिंदी का आंसर की कहा से डाउनलोड कर सकते है | अधिक जानकारी के लिए फॉलो करे हमारा व्हाट्सएप चैनल
sent up exam के लिए admit card कहा से डाउनलोड करे ?
हमने पहले भी बताया था की इस परीक्षा के लिए कोई भी एडमिट कार्ड बिहार बोर्ड के तरफ से जारी नही किया गया हैं | इसलिए आप निश्चिंत रहिए | और आपको educationplusexam कभी भी गलत जानकारी नही देता है |
sent up परीक्षा में क्या क्या लगेगा ?
sent up परीक्षा में आपको dummy registration कार्ड लेकर जाना है | और कोई भी बैग या बुक लेकर नही जाना है |
sent up परीक्षा का उत्तर पूंजी कहा से प्राप्त करे ?
sent up परीक्षा का हिंदी का उतर आप यही इसी वेबसाइट से प्राप्त कर सकते है अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो हमारे व्हाट्सएप चैनल पर जा कर देख सकते है
NOTE - ध्यान दे यह आंसर की SET - A का है और प्रथम पाली का
objective answer key :-
subjective answer key :-
Paper Answer 2025 BSEB Sent Up Exam Subjective Answer Download।
(क) (ii) उत्तर- कोयल की वाणी मधुर होती है।
(क) (iii) उत्तर- समाज में मृदुभाषी लोगों का बहुत आदर होता है ।
(क) (iv) उत्तर- मधुर वाणी से समाज में सद्भावना का प्रसार होता है ।
(क) (v) उत्तर- मधुर वाणी
(क) (ii) उत्तर- कृषि हमारे देश की अर्थव्यवस्था की आधारशिला है ।
(क) (iii) उत्तर- खाद्यान्नों में आत्मनिर्भरता के अतिरिक्त पशुओं के लिए चारे तथा अनेक उद्योग- धन्धों का कच्चा माल भी कृषि से ही प्राप्त होता है।
(क) (iv) उत्तर- भोजन की प्राप्ति के उद्देश्य से जो खेती की जाती है, उसे जीवन निर्वाह कृषि कहते हैं ।
(क) (v) उत्तर- स्थान बदल-बदल कर खेती करने की पद्धति को स्थानान्तरी या ‘झूम कृषि’ कहते हैं ।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 250 – 300 शब्दों में निबंध लिखें :
उत्तर-(क) मेरे प्रिय कवि- गोस्वामी तुलसीदास हिन्दी काव्याकाश के उज्ज्वल नक्षत्र हैं, जिनकी किरणें हृदय-अन्तरिक्ष में थिरक-थिरक कर आनन्द उत्पन्न कर रही हैं । इनका जन्म बाँदा जिले के राजापुर गाँव में सन् 1496 ई० में हुआ था। इन्होंने समाज के लिए अक्षय मधुकोष उपहार स्वरूप अर्पित किया, पर स्वयं भ्रमर की भॉँति काँटों की चुभन सहते रहे । इन्होंने एक-से-एक रचना रची, परन्तु .रामचरितमानस. और .विनयपत्रिका. तो भक्तजनों के गलहार ही बन गए । उक्त दोनों रचनाओं ने तुलसी को सार्वदेशिक और सार्वकालिक बना दिया । रामचरितमानस तो आस्तिकों के लिए कंठहार और साहित्य-प्रेमियों के लिए सुधाकलश ही बन गया । जॉर्ज ग्रियर्सन ने मानस को उत्तर भारत की बाइबिल माना है, परन्तु सच्चाई तो यह है कि भारत की जनता मानस को बाइबिल से भी अधिक आदर देती है । तुलसी की दूसरी महत्त्वपूर्ण पद्धति है-विनयपत्रिका । 19 November 10th hindi Question paper 2025यही कारण है कि आज भी हर क्षेत्र में मानस से उदाहरण दिए जाते हैं।” तुलसी की भाषा अवधी है । यह आदर्श, मर्यादा और विनय की श्रद्धा-भावना से ओत-प्रोत है । इनकी रचनाओं में लोकमंगल का विश्वास और संघर्ष गूंज रहे हैं । सचमुच, तुलसी में सृजन की आन्तरिक क्षमता थी, समन्वय का अथाह शील था, और थी विनय एवं श्रद्धा की गहराई । आत्मपक्ष और लोकपक्ष, शील और विवेक, हृदय और बुद्धि, भावुकता और कर्तव्य का यही सुसमन्वय तुलसी काव्य को इतना ऊपर उठा सका । गोस्वामीजी जीवन की व्यापकता के कवि थे । इसी से इनमें श्रद्धा, विनम्रता और समर्पण का भाव अधिक है। उपर्युक्त गुण जिस कवि ने नस-नस में समाए हों, भला वह मेरा प्रिय कवि क्यों न हो ? (19 November 10th hindi Question paper)
हम सभी आप से अनुरोध करते हैं कि हिंदी के प्रसिद्ध लेखकों की पुस्तकें जल्द से जल्द मँगवाने का आदेश दें जिससे हम जल्द लाभ उठा सकें।
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर प्रत्येक लगभग 20- 30 शब्दों में दें :
(i) उत्तर- खोखा अपने माता-पिता की ढलती उम्न में पैदा हुआ था । इसलिए वह प्रकृति के नियम का अपवाद था । खोखा के माता-पिता को उससे पहले सिर्फ लड़कियाँ थीं इसलिए उसे प्यार-दुलार के नाम पर सभी तरह की आजादी थी । उसके विध्वंसक कार्यों में भी उसके माता-पिता उसमें इंजीनियर बनने की संभावना को देखते थे जबकि बेटियों को वे सिर्फ यह सिखाते थे कि उसे क्या नहीं करना चाहिए । इस तरह खोखा हरेक मामलों में अपवाद था ।
(ii) उत्तर- बढ़ते नाखूनों द्वारा प्रकृति मनुष्य को याद दिलाती है कि तुम भीतर वाले अस्त्र से अब भी वंचित नहीं हो। तुम्हारे नाखून को भुलाया नहीं जा सकता। तुम वही प्राचीनतम नख एवं दंत पर आश्रित रहने वाला जीव हो। (19 November 10th hindi Question paper 2024)
(ix) उत्तर-रंगप्पा, मंगम्मा के गांव का एक बड़ी शौकीन तबीयत का आदमी था। वह यदा-कदा जुआ भी खेल लेता था। रंगप्पा को जब यह ज्ञात हो गया कि मंगम्मा बेटे बहू से अलग रहती है तो वह उसके पीछे पड़ गया। उधार पैसे लेने और लौटाने की बात कहकर रास्ते में तंग करने लगा।
(iv) उत्तर-कहानी ‘बहादुर’ में, बहादुर के चले जाने के बाद निर्मला को यह अफ़सोस हुआ कि बहादुर ने कुछ भी सामान नहीं लिया था. निर्मला को यह अफ़सोस था कि बहादुर जैसा नौकर अब कहां मिलेगा जो सारा काम हंस-हंसकर कर देता था. निर्मला को यह भी अफ़सोस था कि अगर बहादुर जाने के लिए कहता, तो वह उसे रोकती और उसे अच्छी तरह से पहना-ओढ़ाकर भेजती.
(v) उत्तर–मनुष्य की छायाएँ हिरोशिमा शहर के झुलसे हुए पत्थरों और उजड़ी सड़कों पर पड़ी हुई हैं। हिरोशिमा शहर के बीचोबीच मानव निर्मित विध्वंसक परमाणु बम का सूरज बरस पड़ा, जिसकी अग्नि में मानव जलकर भाप बन गया। ये छायाएँ मानव जाति के गत कमों के विनाश का सबूत है, जो आज भी हिरोशिमा में मँडराता रहता है।
6. निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखें । ( शब्द सीमा लगभग 100 ) :
(i) उत्तर- ‘परंपरा का मूल्यांकन’ शीर्षक निबंध में लेखक यह बताता है कि जब इस देश में समाजवादी व्यवस्था कायम हो जाएगी, तब हमारी जनता को अपने साहित्य की परंपरा का पूर्ण ज्ञान हो सकेगा। अभी हम निर्धन और निरक्षर हैं। हमारी जनता साहित्य की महान उपलब्धियों के ज्ञान से वंचित है। वाल्मीकि और व्यास के करोड़ों पाठक बन जाएँगे। भारत में सांस्कृतिक आदान-प्रदान होने लगेगा। विभिन्न भाषाओं में लिखा हुआ साहित्य जातीय सीमाएँ लाँघकर सम्पूर्ण देश की संपत्ति बनेगा ।अंग्रेजी ज्ञानार्जन की भाषा बन जायेगी। मानव संस्कृति की विशद् धारा में भारतीय साहित्य की गौरवशाली परंपरा का नवीन योगदान होगा। इस स्वप्न को साकार करने में हमारी राष्ट्रीय साहित्य परंपरा की बड़ी भूमिका होगी। सम्पूर्ण भारतीय साहित्य पठन-पाठन के लिए सबके आगे अनुवाद और मूल, दोनों ही रूपों में सुलभ रहेगा। Hindi Sent up exam 100% original Question Paper
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